क्या करे पढ़ाई में नहीं लगता तब मन जब क्रिकेट मैच चले दिन भर। क्या करे पढ़ाई में नहीं लगता तब मन जब क्रिकेट मैच चले दिन भर।
कोरोना से न मानेंगे हार, हम फिर पकड़ेंगे रफ्तार। कोरोना से न मानेंगे हार, हम फिर पकड़ेंगे रफ्तार।
दुर्नीति मुक्त नया समाज, रचेंगे नव भारत के राही...! दुर्नीति मुक्त नया समाज, रचेंगे नव भारत के राही...!
कविता लिखना भीवैज्ञानिक खोज सेकुछ कम नही है कविता लिखना भीवैज्ञानिक खोज सेकुछ कम नही है
तो समझिये बस निकट ही है सुख की भोर ! तो समझिये बस निकट ही है सुख की भोर !
बुन लूँ उमंगों की चूनर, लगा लूँ माथे से धरा। बुन लूँ उमंगों की चूनर, लगा लूँ माथे से धरा।